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हमारे मानसिक स्वास्थ्य में डोपामाइन की भूमिका

हम जब भी अच्छा, बुरा, उत्तेजना, क्रोध कुछ भी फील करते है उसका सम्बन्ध कुछ केमिकल से हो सकता है जिसे हम न्यूरोट्रांसमिटर कहते हैI ऐसा ही एक न्यूरोट्रांसमिटर है डोपामाइन, जो अलग अलग कार्यों के लिए उत्तरदायी है जैसे कि मेमोरी – मस्तिष्क में डोपामाइन का स्तर, विशेष रूप से प्रीफ्रंटल कॉर्टेक्स मेमोरी में मत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। असामान्य स्तर चाहे वो ज्यादा हो या कम मेमोरी पर इसका नकारात्मक प्रभाव होगा। डोपामाइन मेमोरी के साथ साथ प्रेरणा, मूवमेंट, मनोदशा, नींद और व्यवहार के लिए महत्वपूर्ण है अगर हमारे बॉडी में डोपामाइन की मात्रा असंतुलित हो जाये तो इसकी वजह से नींद कम आने की समस्या, थकान, उदासी, प्रेरणा में कमी तथा मांसपेशियों में अकड़न की समस्या उत्पन्न हो सकती है 

डोपामाइन स्तर कम होने की वजह कमज़ोर चिकित्सीय स्थिति, असंतुलित भोजन या मादक पदार्थो का सेवन भी डोपामाइन के प्रभाव को कम कर सकता है क्योकि जब कोई कोकीन ड्रग जैसा लेता है तो उसके मस्तिष्क में डोपामाइन बहुत तेजी से बढ़ता है जिस कारण उसे अच्छा महसूस होता है। लेकिन बार-बार इसका सेवन आनंद की सीमा बढ़ाता रहता है । इसका मतलब है कि पिछली बार जितनी उत्तेजना पाने के लिए और अधिक मात्रा में ये ड्रग लेने की जरूरत होती है। जो बहुत बड़ी समस्या बन सकती है, इसलिए इस तरह के पदार्थ के सेवन द्वारा डोपामाइन बढ़ना खतरनाक हो सकता हैI किसी भी मानसिक स्वास्थ्य विकार का सिर्फ एक कारण नहीं होता लेकिन वे अक्सर मस्तिष्क के विभिन्न हिस्सों में बहुत अधिक या बहुत कम डोपामाइन से जुड़े होते हैं। डोपामाइन कुछ मानसिक स्वास्थ्य समस्या/ विकार जैसे स्किज़ोफ्रेनिआ एडीएचडी, पार्किंसंस रोग के लिए उत्तरदायी है।

डोपामाइन स्तर को ठीक रखने के लिए पर्याप्त नींद ले, व्यायाम करे, प्रोसेस्ड शुगर की मात्रा अपने खाने से कम करे अपने भोजन को संतुलित रखे, शराब या किसी और मादक पदार्थो के सेवन से बचे  तथा अगर तनाव हो तो समझने का प्रयास करे कि तनाव क्यों हो रहा है उसे पहचानकर तनाव कम करे और समस्या ज्यादा हो तो एक्सपर्ट की राय लेI

महत्वपूर्ण: किसी भी तरह ही मानसिक और शारीरिक समस्या होने पर विशेषज्ञों की राय अवश्य ले. बिना परामर्श लिए किसी निष्कर्ष पर ना पहुंचे। 

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